google Web Hosting Kya Hai? वेब होस्टिंग के प्रकार - Internet & Technology In Hindi

Web Hosting Kya Hai? वेब होस्टिंग के प्रकार

 

Web Hosting Kya Hai

अब आज के इस पोस्ट में जानेंगे की Web Hosting क्या होता है और इसकी जरूरत क्यों पड़ती है 

दोस्तों जब भी आप वेबसाइट create करने के बारे में सोचते होंगे या जानना चाहते होंगे की Website Kaise Banaye तो आपके लिए दो शब्द जरुर आता होगा पहला ये की Domain Name और दूसरा Web Hosting . 

इंटरनेट पर अपनी वेबसाइट को show करने के लिए Web hosting की जरूरत होती है. इसलिए अगर आप एक वेबसाइट बनाना चाहते हो तो आपको Web Hosting क्या है इस बारे में अछि जानकारी होनी चाइये.

क्यों कि Domain और Hosting website को पहचान दिलाने में सबसे ज्यादा मदत करती है. इसलिए ब्लॉग और वेबसाइट बनाने से पहले आपको इनके बारे में अछि जानकारी होनी चाइये. जो की में आपको दूंगा | 

वेब होस्टिंग क्यों जरूरी है – Why is web hosting important


दोस्तों यदि आप प्रोफेशनल Blogger बनना चाहते हैं तो आपको यह पता होना चाहिए कि इस वक़्त ब्लॉगिंग के मुख्य रूप से दो Platform काफी ज्यादा प्रचलित हैं। जिसमें से एक Blogger है, और दूसरा WordPress. Blogger को Manage करने का काम खुद Google करता है, क्योंकि यह खुद Google के द्वारा जारी किया गया platform है। इसे खुद Google ने Launch किया था।

वही WordPress के साथ बाकी के सभी platform अलग अलग कंपनियों के द्वारा Launch किये गए हैं.

अब Blogger और WordPress के बीच सबसे बड़ा अंतर Hosting को लेकर आ जाता है। चूंकि Blogger खुद Google का ही एक Part है, इसलिए इसकी होस्टिंग खुद Google करता है। लेकिन बाकी दूसरे प्लेटफॉर्म जैसेकि wordpress के लिए Google यह सुविधा नही देता है। अब बिना Hosting के कोई Website चल ही नही सकती है।

Web hosting क्या है



हमारे वेबसाइट को होस्टिंग की सेवा देने वाले होस्टिंग प्रोवाइडर कहलाते हैं। जब हमारा domain होस्टिंग से जुड़ जाता है तो वो Domain name servers की सहायता से इंटरनेट पर live हो जाता है।

इनके पास 24 घंटे इंटरनेट से जुड़े रहने वाले पावरफुल कंप्यूटर्स होते हैं जो DNS यानी Domain name services के लिए होते हैं।

इनके कंप्यूटर्स पर Stored डेटा को कभी भी इंटरनेट से एक्सेस किया जा सकता है। हालांकि डेटा एक्सेस तो अपने कंप्यूटर पर भी सम्भव है लेकिन इसमें बहुत सी मुश्किलें आती हैं। सर्वर्स बारे में हम इसी आर्टिकल के नीचे विस्तार से पढ़ेंगे।

इन्ही कंप्यूटर्स के स्टोरेज में हमे थोड़ी Storage space की आवश्यकता होती है, ताकि हमारे साइट्स के डेटा भी स्टोर होकर इंटरनेट पर live हो सकें। इसके लिए हम इन्हें पैसे देकर स्टोरेज खरीदते हैं।

वेब होस्टिंग काम कैसे करता है?



जब हम अपना website बनाते हैं तो हम यही चाहते हैं की हम अपना knowledge और information लोगों के साथ बाटें, तो उसके लिए हमे पहले अपने files को web hosting पर upload करना पड़ता है.

ऐसा कर लेने के बाद, जब भी कोई Internet यूज़र अपने web browser(Mozilla Firefox, Google Chrome, Opera) पे आपका domain name टाइप करता है जैसे मान लीजिए https://1ORTIP.BLOGSPOT.COM, फिर उसके बाद Internet आपके domain name को उस web server से जोड़ देता है जहाँ आपके website का फाइल्स पहले से ही store हो कर रखा गया है. जोड़ने के बाद website का सारा information उस यूज़र के कंप्यूटर मे पहुँच जाता है फिर वहाँ से यूज़र अपने ज़रूरतो के हिसाब से पेज को view करता है और ज्ञान ग्रहण करता है

वेब होस्टिंग कितने तरह के होते हैं – Types of Web Hosting in Hindi?



हमने अभी तक ये जाना की Web Hosting क्या होता है और ये कैसे काम करता है.

आगे चलिए जानते हैं की इस्तेमाल के अनुसार कितने प्रकार का होता है.

  • Shared web Hosting
  • Virtual Private Server (VPS)
  • Dedicated Hosting
  • Cloud Web Hosting

1. Shared Web Hosting

जिस तरह हम किसी हॉस्टल में या फिर लॉज में रहते हैं तो उसमे और भी लड़के होते हैं और उनके साथ मिलकर सब बराबर बराबर रेंट देकर sharing में रहते हैं.

ठीक उसी तरह Shared web Hosting में बहुत सारी वेबसाइट को एक ही वेब सर्वर में स्टोर कर के रखा जाता है.

2. Reseller Web Hosting        

Web Hosting Companies ग्राहकों को स्वयं Web Host बनने देता है Reseller के Accounts आकार में काफी Different हो सकते हैं: उनके पास अपने खुद का Virtual समर्पित सर्वर ( Virtual Dedicated Server) हो सकता है जो किसी Colocoded Server में हो। कई Reseller अपने Providers की Shared Hosting Plan के लिए लगभग समान सेवा प्रदान करते हैं और स्वयं तकनीकी सहायता प्रदान करते हैं।

यदि आपको लगता है कि आपको कोई आपकी Web Hosting के अच्छे पैसे दे रहा है तो आओ इसे आसानी से दूसरों को बेच सकते है और आप अपनी Web hosting के हिस्से करके भी इसको बेंच सकते है।

3. Virtual Private Server

यह बिल्कुल होटल के Room के जैसा होता है मतलब जब तक आप उस रूम में रहेंगे, तब तक उस कमरे के सभी सामान और संसाधनों पर सिर्फ आपका अधिकार होता है।

अर्थार्त यदि आप VPS को खरीदते है तो उस Server पर उपलब्ध समस्त संसाधन जैसे RAM, Storage आदि का उपयोग सिर्फ आप करते है।

4 . Cloud web hosting

Cloud hosting पर आप unlimited website बना सकते हैं आपके पास में जितने भी छोटे बड़े blog या website है आप उन सबको एक cloud hosting लेकर उस पर होस्ट कर सकते हैं।

cloud hosting को आप VPS का upgrade version मान सकते हैं एवं आप इसे update भी कर सकते हैं अपने वेबसाइट के सर्वर पर, उदाहरण के लिए आपको 2GB चाहिए 4GB, 8GB जितना भी चाहिए आप उतना में अपग्रेड कर सकते हैं।

Cloud hosting मे server down होने का chances ना के बराबर होता है एवं यहां पर high traffic को भी maintain किया जा सकता है।



5. Dedicated Web Hosting क्या है?  


Dedicated web hosting होस्टिंग पर सिर्फ आपका अधिकार होगा। मन लीजिये अपने एक घर ख़रीदा तो उसका जितना भी कमरा बिल्डिंग होगा उस पर सिर्फ आप उपयोग कर सकते है. इस तरह का होस्टिंग का काफी अलग सर्वर होता है, Dedicated web hosting E Commerce के लिए या कोई अधिक मात्रा में ट्रैफिक आ रहा है उसके लिए अच्छा है  

Dedicated Hosting Kya Hoti Hai- 

डेडिकेटेड होस्टिंग share hosting का विल्कुल उल्टा होता है! शेयर होस्टिंग में सर्वर को शेयर किये जाते है! लेकिन इसमें नहीं किये जाते है! इसमें किसी एक कस्टमर को पूरा का पूरा सर्वर दे दिया जाता है!और उसी व्यक्ति की फाइल डेडिकेटेड सर्वर पर अपलोड रहती है किसी अन्य की नहीं, एक सर्डेवर होने के कारण इसकी सिक्यूरिटी और लोडिंग की क्षमता बहुत ही जादा अच्छी है डेडिकेटेड होस्टिंग का इस्तेमाल बड़े ब्लॉगर करते है! क्युकी उनके ब्लॉग पर काफी जादा ट्राफिक रहता है! जो की डेडिकेटेड  hosting बड़े ही आराम से झेल लेती है



 6. VPS – होस्टिंग 

VPS ऐसा होता है की मान लीजिये गा एक Dedicated CPU है और मेरे पास 8 Core और 8 gb Ram का machine है तो उसमे मैने चार sub-machine बनादी यानी उन चार भागोको में 2 Core और 2 gb Ram देदी. आब जब VPS hosting खरीदेंगे तो आपके पास 2 Core और 2 gb Ram का plan ही आयेगा. आसन भाषा में एक CPU के कही भाग किए जाते है और उसको sell किया जाता है उसको VPS कहते है. इसकी price Start From Rs 2000 से लेकर 10000 तक होती है पर month. 


निष्कर्ष 

अगर आपकों Web Hosting क्या है? यह कितने प्रकार की होती है? अच्छी लगी तो इसे अपनें दोस्तों के साथ social मीडिया पर share करें और अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हैं तो हमें नीचे दियें गयें comment बॉक्स में बता सकतें हैं।

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